लागी है लगन, तुमसे, ओ मेरे कान्हा जी....,
मेरे प्यारे कान्हा जी....
मझधार में अब, छोडना नहीं...
रूकता ही नहीं, तेरा नाम अब, होठों
पर मेरे,
सुनता ही नहीं, खोया है मन, प्रीत
में तेरे,
तुमरे बिन कुछ प्यारा लगता ना कान्हा
जी मेरे प्यारे कान्हा जी
निगाहें अब ये मोडना नहीं...
लागी है लगन, तुमसे, ओ
मेरे कान्हा जी...., मेरे प्यारे कान्हा जी....
मझधार में अब, छोडना
नहीं...
मीरा
सी नहीं, दीवानी मैं, साँवरिया मेरे,
पी
नहीं सकती, विष का प्याला, प्रीत में तेरे,
भक्त हूँ छोटी सी, मैं तुम्हरी,कान्हा
जी.. मेरे प्यारे कान्हा जी....
प्रेम मेरा बस तौलना नहीं,
लागी है लगन, तुमसे, ओ
मेरे कान्हा जी...., मेरे प्यारे कान्हा जी....
मझधार में अब, छोडना
नहीं...
दिखता ही नहीं,दुख जो कभी, साथ था
मेरे
लगता है यही, तुम कहीं आस, पास हो
मेरे
प्रीत की ये डोर, बाँधे रहना कान्हा
जी मेरे प्यारे कान्हा जी
साथ मेरा अब छोडना नहीं
लागी है लगन, तुमसे, ओ
मेरे कान्हा जी...., मेरे प्यारे कान्हा जी....
मझधार में अब, छोडना
नहीं...
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