(श्री राम चरित्र मानस के सोरठों के हिंदी में दोहे पेज 2 ) 1.पूरण होगा काज सब, कर गणपति का ध्यान। गणों के स्वामी गणपति, गुण व बुद्धि के धाम।। 2. गूँगा लगता बोलने, लँगडा चढ़े पहाड़। राम जी की कृपा मिले, जल जाये सब पाप।। 3. नीलकमल सा श्याम तन, नयन कमल से लाल। मेरे ह्रदय विराजिये, सर्व जगत के पाल।। 4. उमाशंकर कृपा करें, करुणा के हैं सिंधु। काम क्रोध मद को हरें, चमके जैसे इंदु।। 2.1.2021
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