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ये दोस्ती ( मधु मालती छंद 221221)


 ये दोस्ती कुछ खास है

खुद से अधिक विश्वास है

सुंदर सुखद एहसास है

दुख की घडी में आस है

ये दोस्ती कुछ खास है

ये दोस्ती संसार है

अनमोल ये उपहार है

इससे सजे त्योहार है

फूलो भरा ये हार है

ये दोस्ती संसार है

ये दोस्ती संगीत है

ये अनकही सी प्रीत है

ये जिंदगी की रीत है

ये ताल है ये गीत है

ये दोस्ती संगीत है

ये दोस्ती उत्कर्ष है

परमात्मा का स्पर्श है

दिल में जगा ये हर्ष है

इसके बिना संघर्ष है

ये दोस्ती उत्कर्ष है

ये दोस्ती पहचान है

खुशियों भरी ये खान है

जिंदादिली की शान है

दिल में बसा अरमान है

ये दोस्ती पहचान है

ये दोस्ती शुभ मेल है

मस्ती भरी ये रेल है

फूलों भरी ये बेल है

आसान सा ये खेल है

ये दोस्ती शुभ मेल है

ये दोस्ती सब जोड दे

मुश्किल सफ़र को मोड दे

चुप्पी लबों की तोड दे

मटकी दुखों की फोड दे

ये दोस्ती सब जोड दे

ये दोस्ती सब जीतती

जो जानता ये कीमती

आराम से उम्र बीतती

बढती उसी की कीर्ति

ये दोस्ती सब जीतती

ये दोस्ती दिनरात में

ये छाँव बनती ताप में

छतरी बने बरसात में

गरमी करे सर्द रात में

ये दोस्ती दिनरात में

ये दोस्ती चित्तचोर की

ये कहकहो के शोर की

ये लालिमा है भोर की

दिल से बँधी इक डोर की

ये दोस्ती चित्तचोर की

ये दोस्ती बस चल पडे

मन की सभी बाते कहे

कुछ दर्द ना दिल में रखे

कुछ वो बढे कुछ हम बढे

ये दोस्ती बस चल पडे

ख्वाबों सजी ये दोस्ती

ठहाको भरी ये दोस्ती

दिल में बसाना दोस्ती

बस ना भुलाना दोस्ती

बस ना भुलाना दोस्ती

शालिनी गर्ग

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